Sunday, April 20, 2025

Shocking Suicide of Dr. Valsangkar: Was a Female Officer's Harassment to Blame? Explosive Revelations in Suicide Note!

 

डॉ. शिरीश वळसंगकर आत्महत्याकांड: महिला अधिकारी के धमकियों ने किया प्रभावित? पुलिस को मिला सदमेदेख खुलासा!




"सोलापूर के मशहूर डॉक्टर की आत्महत्या के पीछे अस्पताल प्रशासन का खेल? पुलिस को डायरी में मिले चौंकाने वाले सबूत!"

प्रस्तावना:

महाराष्ट्र के सोलापुर में एक सदमेदेख घटना सामने आई है। न्यूरोसर्जरी के प्रख्यात विशेषज्ञ डॉ. शिरीश वळसंगकर ने 18 अप्रैल की रात खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में अब एक नया मोड़ आया है - पुलिस को डॉक्टर की एक आत्महत्या नोट मिली है जिसमें उन्होंने अपने ही अस्पताल की एक महिला प्रशासनिक अधिकारी मनीषा मुसळे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।


क्या लिखा था डॉक्टर के आत्महत्या नोट में?

  • डॉ. वळसंगकर ने स्पष्ट शब्दों में लिखा: "जिस महिला को मैंने पदोन्नत किया, उसी ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया"

  • अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर विवाद चल रहा था

  • डॉक्टर ने महिला अधिकारी को निलंबित किया था, जिसके बाद उसने धमकियां देना शुरू कर दिया

  • नोट में डॉक्टर ने लिखा: "मैं और अधिक अपमान सहन नहीं कर सकता"


पूरा मामला क्या है?

  1. अस्पताल प्रशासन से विवाद
    डॉ. वळसंगकर अपने एस.पी. न्यूरोसाइंस इंस्टीट्यूट के संस्थापक थे। वे गरीब मरीजों का मुफ्त या नाममात्र शुल्क पर इलाज करते थे।

  2. वित्तीय अनियमितताओं का मामला

    • अस्पताल में बिना रसीद पैसे लिए जा रहे थे

    • डॉक्टर ने इसका विरोध किया

    • मनीषा मुसळे (प्रशासनिक अधिकारी) इसकी मुख्य आरोपी बनीं

  3. धमकियों का दौर
    जब डॉक्टर ने मनीषा को निलंबित किया तो उसने "तुम्हें जीने नहीं दूंगी" जैसी धमकियां देना शुरू कर दिया।


पुलिस जांच में क्या सामने आया?

  • आत्महत्या नोट को प्रमुख सबूत माना जा रहा है

  • मनीषा मुसळे पर आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत केस दर्ज

  • डॉक्टर के पास कानूनी तौर पर पंजीकृत पिस्तौल थी जिससे उन्होंने खुद को गोली मारी

  • अस्पताल के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच चल रही है


अनुत्तरित प्रश्न:

  1. क्या मनीषा मुसळे अकेली जिम्मेदार है या अस्पताल प्रबंधन का भी कोई रोल है?

  2. डॉक्टर ने धमकियों की शिकायत पुलिस में क्यों नहीं की?

  3. अस्पताल में कितने समय से चल रही थी यह वित्तीय अनियमितता?


समाज की प्रतिक्रिया:

  • स्थानिक नागरिकों ने "न्याय के लिए" प्रदर्शन किया

  • मरीजों ने डॉक्टर को "मसीहा" बताया जो हमेशा गरीबों की मदद करते थे

  • सोशल मीडिया पर #JusticeForDrValsangkar ट्रेंड कर रहा है


निष्कर्ष:

यह मामला सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि कार्यस्थल पर उत्पीड़न और भ्रष्टाचार की कहानी है। पुलिस जांच से और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं।

आपकी राय क्या है?

  • क्या मनीषा मुसळे को सख्त सजा मिलनी चाहिए?

  • अस्पताल प्रबंधन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए?

कमेंट करके बताएं और इस खबर को शेयर करें!



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